भारत में ये Festivals किस अवसर पर मनाया जाता है

भारत में ये Festivals किस अवसर पर मनाया जाता है
भारत में ये Festivals किस अवसर पर मनाया जाता है

भारत में विभिन्न प्रकार के जाति-धर्म के लोग निवास करते हैं, यहाँ की संस्कृति विविधताओं से भरी हुई है क्योंकि यहां विभिन्न राज्यों एवं उनके क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों की बात करें तो उनकी जीवन-शैली एक दूसरे से अलग है बोली भाषा वेशभूषा खानपान तीज-त्यौहार एवं पर्व मनाने के तरीके और अवसर भी अलग हैं. आज हम इस पोस्ट में ऐसे ही Festivals की बात करने वाले हैं जिन्हें किसी खास अवसर पर मनाया जाता है आइये देखते हैं आगे

भारत में मनाये जाने वाले Festivals 

ओणम

केरल में मनाया जाता है क्योंकि ये केरल का प्रमुख त्यौहार है. जिसका आयोजन 10 दिनों तक होता है. ये  पर्व राजा बलि की वापसी की खुशी में उनके स्वागत के लिए मनाया जाता है, ओणम पर्व को प्रतिवर्ष सभी वर्गों द्वारा मनाया जाता है

पोंगल

ये पर्व (तमिलनाडु) में मकर संक्रांति के दिन मनाया जाता है पोंगल त्यौहार संपन्नता का पर्व है जो कि प्रतिवर्ष 14-15 जनवरी को मनाया जाता है, ये Festival दक्षिण भारत में नववर्ष के रूप मनाते हैं पोंगल पर्व सूर्य के उत्तरायण होने के पुण्य काल में मनाया जाता है विशेष रूप से किसानो का त्यौहार है

पोंगल का पर्व प्रमुख रूप से सूर्यदेव की उपासना का पर्व है उत्तर भारत में मकर संक्रांति के नाम से और दक्षिण भारत में पोंगल के नाम से मनाया जाता है

भारत में ये Festivals किस अवसर पर मनाया जाता है
भारत में ये Festivals किस अवसर पर मनाया जाता है

क्रिसमस (Christmas)

25 दिसम्बर को ईसा मसीह (यीशु) के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है यह ईसाई धर्म का सबसे खास पर्व है वैसे तो  Christmas ईसाई धर्म से संबंधित है, लेकिन इसे भारत सहित पूरी दुनियां में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है 

गुड फ्राइडे

गुड फ्राइडे (Good Friday) ईसाइयों का प्रमुख त्यौहार है इस दिन ईसा मसीह को सूली पर लटकाया गया था, यह ऐसा पर्व है जिसे प्रभु यीशु मसीह के बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है जिस दिन प्रभु ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था वो दिन शुक्रवार था इसलिए गुड फ्राइडे को शोक दिवस के रूप में मनाया जाता है।

ब्लैक फ्राइडे 

कहा जाता है कि यहूदी शासकों ने ईसा मसीह (Jesus Christ) को नाना प्रकार की शारीरिक और मानसिक यातनाएं देने के बाद सूली पर चढ़ाया था और उस दिन शुक्रवार था इसे ब्लैक फ्राइडे भी कहते हैं, उनके त्याग और बलिदान स्वरूप लोग इस दिन को याद करते हैं।

ये माना जाता है कि अच्छाई और मानव जाति को बचाने के लिए ईसा मसीह ने खुद को सूली पर चढ़ा दिया इसलिए और इस दिन लोग प्रभु यीशु के बलिदान को याद कर शोक जताते हैं। ऐसी मान्यता है कि ईसा मसीह ने पूरे संसार के पापों के लिए मानव जाति के उध्दार हेतु स्वंय का बलिदान दे दिया, जिस दिन ये बलिदान हुआ वो शुक्रवार का दिन था और बलिदान वाले दिन के ठीक तीसरे दिन मतलब रविवार (Sunday) को वो पुनः जीवित हो गये जिसे ईस्टर (संडे) के नाम से जाना जाता है।

ईस्टर (Easter)

ये ईसाई धर्म के लोगों का प्रमुख पर्व है इसे ईसा मसीह के पुन:जीवित होने की खुशी में मनाया जाता है।

मोहर्रम

यह दुःख का पर्व है. इसे इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाया जाता है।

नवरोज

ये पारसियों द्वारा मनाया जाता है नवरोज को पारसियों के नववर्ष उत्सव के रूप में जाना जाता है।

ईदमिलादुन्नबी

यह मुसलमानों का त्यौहार है. इस दिन हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन मनाया जाता है।

ईद-उल-फ़ितर

इसे ईद के नाम से जाना जाता है यह मुसलमानों का सबसे बड़ा पर्व है इस त्यौहार को रमजान के महीने में मनाया जाता है इसे रमजान के महीने भर के उपवास के उपरान्त मनाया जाता है।

ईद-उल-जुहा

यह मुसलमानों के द्वारा मनाया जाता है. इसे बकरीद के नाम से जानते हैं।

 

 
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